
ब्रह्मलीन ब्रह्मनिष्ठ पूज्यपाद स्वामी श्री लीलाशाहजी महाराज एवं पूज्य संत श्री आशारामजी बापू का अमृत-प्रसाद
सत्पसरिता
* मन को सीख *
1. निवेदन
2. मन को सीख
* प्रतिदिन मन के कान खींचिए * मन को कभी फुर्सत न दें * मन को प्रतिदिन दुःखों का स्मरण कराओ * संत और सम्राट * मन की चाल अटपटी * मन का नशा उतार डालिए * मन को देखें * मन के मायाजाल से बचें * आहारशुद्धि रखें * मंत्रजप करें * निष्काम भाव से सेवा करें * चित्त की समता पायें * यह भी बीत जायेगी * मंगलमय दृष्टि रखें * सत्पुरुष का सान्निध्य पावें
3. वास्तविक विवेक
* विवेक क्या है ? * आप दुःखी क्यों हैं ? * यह साधना है या मजदूरी * सत्संग का प्रभाव लहू पर * मंकी ब्राह्मण और महर्षि वशिष्ठ * साष्टांग दण्डवत् प्रणाम किसलिए?
4. विवेकीसम्पन्न पुरुष की महिमा
* मधुर व्यवहार *
1. मधुर व्यवहार
2. ध्यान देने योग्य बहुत आवश्यकता बातें
* प्रसाद *
1. निवेदन
2. आत्म-साक्षात्कारी महापुरुषों का प्रसाद
* पहली बात * दूसरी बातः भोजन के पाँच दोषः अर्थदोष – निमित्त दोष – स्थान दोष – जाति दोष – संस्कार दोष * तीसरी बात * चौथी बात * पाँचवीं बात * छठी बात * सातवीं बात * आठवीं बात * नौवीं बात * दसवीं बातः तीन प्रकार के जपः वाचिक-उपांशु-मानसिक
* सदा दिवाली *
1. सदा दिवाली
2. अच्छी दिवाली हमारी...
* जो जागत है सो पावत है *
1. जो जागत है सो पावत है
* प्रभु ! परम प्रकाश की ओर ले चल... *
1. तेजपुत्र्ज
2. गहन अंधकार से प्रभु! परम प्रकाश की ओर ले चल...
* दुष्टता की दुनिया *समझदारी की पगडंड़ी * पारसमणि *अर्थहीन पश्चात्ताप * अंधकार की छाया * चेतना का हनन * अपार परदे * दिव्यता की चाह * आदत के गुलाम * भूल का मूल * आचार धर्म की लगन * सत्य के शोधक * काँटे बोनेवाला *धुँधलापन * शील का स्वर्ण * बलिदान का बल *अचलता का आनन्द * विकास के वैरी * तलहटी में जानेवाले * संतों की सहिष्णुता * मूर्खता की सीमा * विकास के वैरियों से सावधान! * दिव्य दृष्टि * जीवन की सार्थकता
* नशे से सावधान *
1. निवेदन
2. नशे से सावधान
* तम्बाकू की स्वाही का विषैला प्रभाव
3. तम्बाकू से होनेवाले रोग
* फेफड़ों में कैन्सर * मुँह और गले का कैन्सर * हार्ट अटैक * पेट के रोग * अंधापन *काग की सूजन
4. मूर्खतापूर्ण तर्क
5. एक डॉक्टर का अनुभव
6. तम्बाकू से धार्मिक हानि
7. भाइयों! चेत जाओ...
8. काल के जाल से कौन मुख्त है?
9. चाय-कॉपी ने किया हुआ सर्वनाश
10. आयुर्वेदिक चाय
11. मादक पदार्थ
12. बीड़ी पीनेवालों का हाल
13. दारू
14. महानुभावों के वचन
15. आठ पापों का घड़ा
16. व्यसनों से मुक्ति... परंतु किस प्रकार?
17. यह दुःख शाप था या वरदान?
18. वाह! मेरी नैया के तारणहार...
19. एक ही झटके में व्यसन से मुक्ति
20. दारू छोड़ने का प्रयोग * बीड़ी छोड़ने का प्रयोग
21. वाह र व्यसन तेरे रंग !
22. उद् गार...
23. व्यसन त्यजो...हरि को भजो...
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