ब्रह्मरसायन
Ingredients – सामग्री
हरितकी, आँवले, पंच पंचमुल ( लघु पंचमुल, बृहत पंचमुल, जीवनीय पंचमूल, मध्यम पंचमूल, तृण पंचमूल) , सप्त पंचमुल ( पंच-पंचमुल + बल्ली + कण्टक पंचमुल ) इत्यादि ।
Brahma Rasayana Benefits in Hindi [Brahma Rasayana ke Fayde]
- इसके प्रयोग से सुंदर कांति वाला, शरीर प्राप्त कर अपने मनोरथ को सिद्ध करने वाला है ।
- चंद्रमा और सूर्य के समान तेजस्वी होता है ।
धरणीधरसारश्व वायुना समविक्रमः । स भवस्यविषं चास्य गात्रे संपद्यते विषम् ॥ 61 ॥ ( इति द्वितीयं ब्राह्मरसायनम् । )
- धारण शक्ति संपन्न वाला होता है, रज और तम से रहित सत्वगुण प्रधान हो जाता है ।
- इसके सेवन से व्यक्ति पर्वत के समान दृढ़ होता है ।
- वायु के समान पराक्रमी ।
- विष का प्रभाव शरीर में नहीं होता ।
- दीर्घायु की कामना करने वाले व्यक्ति को इसका सेवन करना चाहिए ।
- इसके सेवन से शरीर की दुर्बलता और दिमाग की कमजोरी दूर होकर बल, आयु, कांति की वृद्धि होती है ।
- उत्तम रसायन होने के कारण वलिपलितनाशक एवं जीवनीयशक्ति से परिपूर्ण है ।
- नियमित रूप से इसका सेवन से खांसी, दमा, क्षय कब्जियत आदि दूर होते है ।
- शरीर में स्थायी ताकत पैदा होती है ।
How To Use Brahma Rasayana – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
इदं रसायनं ब्राह्मं महर्षिगणसेवितम् । भवत्यरोगो दीर्घायुः प्रयुञ्जानो महाबलः ॥59 ॥
- ऋषिगण और तपस्वी जन जिन शरीर को छोड़कर नूतन श्रेष्ठ अवस्था को प्राप्त किए थे ।
- तंद्रा, क्लम और श्वास रोगों से मुक्त करता है ।
- स्मरण शक्ति युक्त, धारण शक्ति संपन्न और बल्य प्रदान करता है |
- इसका सेवन करने वाला व्यक्ति श्रद्धा पूर्वक ब्राह्मतप और ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करते रहे ।
- इसका प्रयोग करने वाला व्यक्ति रोगरहित, दीर्घायु और महाबलवान होता है ।
कान्तः प्रजानां सिद्धार्थश्चन्द्रादित्यसमद्युतिः । श्रुतं धारयते सत्वमाषं चास्य प्रवर्तते ॥ 60 ॥
Brahma Rasayana Dosage
एक तोला (10 ग्राम) गोदूध या जल के साथ सेवन करें ।
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