Ingredients – सामग्री
- Abroma Augusta HPI 3x
- Agnus Castus HPI 3x
- Calcarea Phos HPI 3x
- Gossypium Herb HPI 3x
Homeopathic Medicine Benefits in Hindi [Homeopathic Medicine ke Fayde]
मासिक धर्म से संबंधित कष्ट जैसे मासिक का न आना, दर्द के साथ होना, श्वेत प्रदर, गर्भाशय की विकृतिजन्य बाँझपन, वन्ध्यत्व आदि को दूर कर गर्भाशय को सशक्त कर गर्भाधान में सहयोग करता है।
How To Use Homeopathic Medicine – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
1-1 टैब दिन में तीन बार चूसकर या चिकित्सक की सलाह अनुसार ।
शास्त्रों के अनुसार नारी की तुलना जल से की जाती है। जल रस रुप है और रस तरल होता है। अर्थात नारी का स्वभाव तरल होता है जिसकी वजह से नारियाँ सहज ही अपने मनोभाव व्यक्त नहीं कर पाती। पहले तो नारी के निर्णय को पुरुष प्रधान समाज महत्व ही नहीं देते थे, जो अब कुछ कुछ संभव हुआ है। अपने सहज मनोभावों को दबाए रखने और व्यक्त न करने की वजह से, विशेष कर भारतीय नारियों में कई सारे रोग पनपने लगते हैं। कहा भी गया है… बिमारियाँ मन में उपजती हैं और तन में पनपती हैं।
नारियों के शरीर में सबसे संवेदनशील अंग होते हैं- गर्भाशय, ओवरिज़, फेलोपियन ट्यूब्स और स्तन… मात्र इनकी वजह से ही नारी की देह, पुरुष देह से भिन्न होती है और जब जब नारी चिंता, व्याकुलता, तनाव, अवसाद, उद्वेग, घबराहट, क्रोध आदि मनोभावों से ग्रस्त हुई हों और इन्हें अनुकूलता से प्रकट नहीं कर पाई हों, तब यही मनोभाव मनोरोग में बदल जाते हैं, जो आगे चलकर भौतिक रुप से नारी के संवेदनशील अंगों में जमा होते है और समय पाकर PCOD PCOS, सीस्ट्स, ट्यूमर, फायब्रॉईड, अनियमित मासिक, श्वेत व रक्त प्रदर, बाँझपन, डिस्मेनोरिया, हार्मोनल इम्बैलेन्स आदि जैसे अनेक रोगों में बदल जाते हैं ।
अब यदि उक्त रोगों का उचित समय पर सही निदान और समचिकित्सा (curative treatment) न हुआ और स्त्री उसी प्रकार की परिस्थितियों से गुजरती रही तो संबंधित अंगो में कैंसर जैसा घातक रोग तक पैदा होने की संभावना बन जाती है। अतः कोशिश की जाये कि माताओं-बहनों को मानसिक क्लेश न दिया जाए और जो माताएँ-बहनें उक्त स्त्री रोगों से ग्रसित हैं उन्हें कोशिश करके समचिकित्सा अर्थात होमियो चिकित्सा के लिए प्रेरित किया जाये।
माताओं-बहनों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर संभव समऔषधियों (होमियो औषधियों) का चयन कर के हमने बनाया होमियो फेमीटैब्स – जो एक प्रकार से नारियो का परम मित्र है, जो नारियों में होने वाले समस्त मनोविकारों और देह विकारों को जड़मूल से खत्म करके उन्हें देता है संपूर्ण आरोग्य ।
होमियो फेमीटैब्स से पूरा लाभ लेने के लिए इसके साथ अवश्य प्रयोग करें-
➠ होमियो फेमी केअर सिरप …
सेवन विधि : 1-1 टैब दिन में तीन बार चूसकर या चिकित्सक की सलाह अनुसार ।
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यह एक ऐसा लिवर टॉनिक है जो अनुचित खान-पान (तंबाकू, सिगरेट, शराब, मांस-मछली, चायनिज़ फूड आदि अभक्ष्य खाने) से लिवर में आयी विकृति, लिवर सिरोसिस, फैटी लिवर, पीलिया, भूख न लगना, अपचन, गैस, एसिडिटी, खट्टे डकार आदि की वजह से होने वाली कब्ज जैसी अनेक समस्याओं को आसानी से हल करता है तथा लगातार कम से कम 10 दिनों तक इसका सेवन करने पर यह पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाता है।
किसी भी प्रकार की सूखी या बलगम वाली खाँसी, कुकुर खाँसी, धुम्रपान से होने वाली खाँसी हो या किसी भी प्रकार की श्वांस की तकलीफ के लिए, पूर्णतया हानि रहित होमियोपैथीक औषधियों के सुंदर समन्वय से बना एक मात्र संपूर्ण समाधान
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जो दे सुरक्षा पूरे परिवार के लिए…… अवश्य चुनिये ।
डायबिटीज़ या मधुमेह से संबंधित सभी समस्याओं जैसे मुहँ का सूखना, अति प्यास, हाथ-पैरों में जलन व झंझनाहट के साथ दर्द, अनिद्रा, शरीर में सूजन, त्वचा में खुजली के साथ दाने व जलन, ग्लूकोमा, किडनी, हृदय, लीवर और आँखों के कई गंभीर रोगों को ध्यान में रखते हुए हमने बनाया है
➠ होमियो डायवा केअर….
जिसके नियमित सेवन से मधुमेह के नये और पुराने रोगियों में आशातीत लाभ मिले हैं। उनकी शुगर की एलोपैथीक दवाईयों की मात्रा में कमी के साथ ही साथ ऊपर वर्णित विभिन्न लक्षणों में आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं।
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