लीची शरबत
Ingredients – सामग्री
लीची
आयुर्वेद में लीची सिर्फ अपने मधुर स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि अनेक औषधीय गुणों के कारण भी जानी जाती है । लीची गर्म प्रकृति वाला फल है, जो गठिया के दर्द, वात तथा पित्त दोष को कम करती है ।
तत्व विश्लेषण :
लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है । इसके अलावा इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और आयरन जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं ।
Lichi Drink Benefits in Hindi [Lichi Drink ke Fayde]
➠ अक्सर खान-पान में बदलाव होने या अन्य गड़बड़ी के कारण मुंह में छाले या अल्सर हो जाते हैं । इसी तरह कई लोगों के मुंह से दुर्गंध आने की समस्या भी हो जाती है । लीची का इस्तेमाल बहुत प्रभावशाली होता है ।
➠ पेट में दर्द, एसिडिटी, बदहजमी, दस्त, उल्टी आदि पेट संबंधी समस्याओं में लीची के सेवन से राहत मिलती है ।
➠ मौसम के बदलाव के कारण कभी-कभी गले में दर्द होने लगता है, जिसके कारण बुखार भी आ जाता है। इस बीमारी में लीची खाने से फायदा मिलता है ।
➠लीची के सेवन से मधुमेह के नियंत्रण में मदद मिलती है ।
➠ चेचक में लाभकारी लीची : इस बीमारी को अंग्रजी में स्मॉल पॉक्स कहते हैं । लीची के फल का प्रयोग बच्चों के चेचक रोग की चिकित्सा में किया जाता है ।
➠ लीची प्रतिरक्षा में सहयोगी होती है, क्योंकि इसमें आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का गुण उपस्थित होता है ।
➠ लीची का फल एवं उसकी पत्तियां दोनों ही कैंसर से लड़ने में सहयोगी होते हैं । रोग प्रतिरोधक क्षमता होने के कारण ये शरीर को रोगों से दूर रखने में सहयोगी होती है ।
➠ त्वचा को सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से जो नुकसान पहुँचता है उससे बचने में पका हुआ लीची का फल फायदेमंद होता है, क्योंकि उसमें शीत और रोपण का गुण पाया जाता है जो कि स्किन से अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव को कम कर देता है ।
➠ लीची में ऑलिगनॉल तत्त्व, फाइबर एवं जल तत्त्व होने के कारण ये शरीर से टोक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है जिससे वजन नियंत्रित होता है । साथ ही इसमें रेचन यानि लैक्सटिव का भी गुण पाया जाता है जो वजन को कम करने में सहायक होता है ।
➠ लीची में त्वचा की नमी बनाये रखने का गुण पाया जाता है जिससे सिर की रुक्षता को कम करने में मदद मिलती है । साथ ही ये बालों का रूखापन कम करके उनको बेजान और झड़ने से रोकती है ।
➠ आँखों में होने वाली अधिकतर समस्याएँ पित्त दोष के बढ़ने से होती हैं जैसे, आँखों में जलन । लीची में पित्तशामक गुण होने के कारण यह आँखों की समस्या में लाभ पहुँचाती है ।
➠ सर्दी जुकाम के वायरल के संक्रमण जैसी परेशानियों से भी लीची आपको बचाती है क्योंकि इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है ।
➠ लीची में उष्ण गुण होने के कारण पाचक अग्नि को ठीक कर यह पाचन क्रिया को मजबूत बनती है । साथ ही इसमें रेचन गुण होने के कारण यह कब्ज जैसी परेशानी से दूर रखती है, जो पाचन को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करती है ।
➠ लीची में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का गुण होता है । साथ ही यह आपके पाचन को सुधारते हुए आपके शरीर को इस लायक बनाती है कि वह खुद वायरल बीमारियों से लड़ सके और स्वस्थ रहे ।
➠ लीची में एंटी-ऑक्सीडेंट एवं विटामिन सी होने के कारण यह आपको हृदयाघात यानी हार्ट अटैक जैसी स्थिति आने से बचने में सहयोगी होती है ।
इसमें विटामिन सी होने के कारण रक्त वाहिनियों को संकुचित होने से रोकती है जिसके कारण रक्त का संचार सामान्य बना रहता है । साथ ही यह बल्य होने के कारण शरीर एवं हृदय को बल प्रदान करने में भी सहयोगी होती है ।
➠ रक्त के परिसंचरण के लिए भी लीची के एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन सी गुण काफी उपयोगी होते हैं । साथ ही बल्य होने के कारण रक्त वाहिनियों को बल प्रदान करती है ।
How To Use Lichi Drink – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
२०-४० मि. ली. तक एक गिलास ठंडे पानी में मिलाकर २ से ३ बार पी सकते हैं ।
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