माँ ! तू कितनी महान…
बालक को सुसंस्कारी बनाने में माता का प्रभाव अधिक होता है क्योंकि गर्भ से ही संतान पर माता के खान-पान, आचार-विचार आदि का प्रभाव पड़ता है । माँ संतान में गर्भावस्था से ही सुसंस्कारों की नींव डाल सकती है । वर्तमान समय में पाश्चात्य कल्चर के दुष्प्रभाव से हमारी संस्कृति की संस्कार-सरिता पर कुछ काई-सी छायी नजर आ रही है, ऐसे में माताओं-बहनों के लिए पूर्व की महान माताओं की शिक्षाएँ एवं आचरण आदर्शरूप सिद्ध होंगे । महान माताओं द्वारा अपनी संतानों में किये गये सुसंस्कार-सिंचन के प्रसंगों, महापुरुषों की शिक्षाओं, महापुरुषों के बचपन के प्रेरणादायी जीवन-प्रसंगों आदि से ओतप्रोत है पुस्तक ‘माँ ! तू कितनी महान…’ । मातृशक्ति की महिमा आज की माताओं तक पहुँचाने हेतु पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के अमृतवचनों, संस्कारप्रद कुंजियों एवं सत्साहित्यों से संकलित इस पुस्तक में है :
* अनंत-अनंत प्रणाम हैं उन पूजनीया माताओं एवं सद्गुरुओं को…
* बालक शिवराम से कैसे बने महात्मा तैलंग स्वामी ?
* संत श्री आशारामजी बापू को माँ द्वारा बचपन में मिले प्रभुप्रीति के संस्कार
* साँईं श्री लीलाशाहजी की अनपढ़ दादी माँ का कैसा सत्संग-प्रभाव !
* माता जीजाबाई ने पुत्र शिवाजी में फूँका अदम्य प्राणबल
* क्या किसी स्कूल-कॉलेज में मुझे ये संस्कार मिल सकते थे ?
* माँ के संस्कारों एवं गुरुकृपा से नरेन्द्र से बने स्वामी विवेकानंद
* बालक तीर्थराम को बूआ माँ से मिले संस्कार
* बालक रविदास को माँ से मिली संत-सेवा की शिक्षा
* माँ बनो तो आदर्श माता मदालसा जैसी
* माँ सुमित्रा की लक्ष्मणजी को अनुपम सीख
* हनुमानजी को माँ अंजना से मिली अनुपम शिक्षा
* उपमन्यु को माँ ने बताया सर्व मनोकामनापूर्ति का उपाय
* श्री आनंदमयी माँ पर पड़ा माता-पिता के आध्यात्मिक जीवन का प्रभाव
* मीराबाई को मिले भक्ति के संस्कार, प्रकट किया ईश्वर साकार
* गवरीबाई की माँ थी सयानी, बना दिया उसे गिरधर की दीवानी
* घायल सालबेग को थी मौत की चाह, माँ ने दिखायी भक्ति की राह
* ऐसे गणितज्ञ और वैज्ञानिक की महानता के पीछे किनकी शिक्षा-प्रेरणा ?
* महान गणितज्ञ रामानुजन * विश्वप्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीशचन्द्र बसु
* ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की माँ ने माँगे तीन गहने
* कैसे थे शहीदों व देशप्रेमियों की माताओं के संस्कार ?
* मेरी माताजी तथा गुरुदेव की कृपा
* माँ प्रभावती की सुशिक्षा ने देश को दिये नेताजी सुभाषचन्द्र बोस
* काश ! मेरी कोख ने एक और भगतसिंह को जन्म दिया होता
* ब्रह्मदत्त को माँ ने देशद्रोही होने से बचाया
* निवेदिता झुक पड़ीं चाफेकर बंधुओं की माँ के चरणों में !
* मालवीयजी की मातृनिष्ठा
* बालक चरित्रवान कैसे बनें ?
* बच्चे बहुत परेशान करते हों तो क्या करें ?
* बच्चों की गंदी आदतें कैसे दूर करें ?
* संतान को कैसे बनायें ओजस्वी-तेजस्वी ?
* बाबा आमटे की माँ ने खिलौने के माध्यम से दिये दिव्य संस्कार
* भक्तिदात्री पाँच महान नारियाँ
* माँ की सीख से मोहन को हुए भगवान के दर्शन
* सत्संग से ही संस्कारों की प्राप्ति – श्री उड़िया बाबाजी
* अपनी संतानों को महान बनाने के लिए…
* माता-पिता व सद्गुरु की महत्ता
* बच्चों में अच्छे संस्कार डालना यह हम सबका कर्तव्य है
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Maa ! Tu Kitni Mahan… : Hindi [माँ! तू कितनी महान]
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महान माताओं द्वारा अपनी संतानों में किये गये सुसंस्कार-सिंचन के प्रसंगों, महापुरुषों की शिक्षाओं, महापुरुषों के बचपन के प्रेरणादायी जीवन-प्रसंगों आदि से ओतप्रोत है पुस्तक ‘माँ ! तू कितनी महान…’ ।
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Net Weight (after packaging) | 120 g |
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