पुनर्नवा मूल वटी
PUNARNAVA TABLET
Punarnava Vati Benefits in Hindi [Punarnava Vati ke Fayde]
शरीरं पुनर्नवं करोति इति पुनर्नवा ।
✸ प्रोस्टेट ग्रंथि में वृद्धि होने पर पुनर्नवा की जड़ के चूर्ण का सेवन करें ।
✸ संधिवात में पुनर्नवा के पत्तों की भाजी सोंठ डालकर खायें ।
✸ पैर की एड़ी में वेदना होती हो तो पुनर्नवा में सिद्ध किया हुआ तेल पैर की एड़ी पर लगाएं एवं सेंक करें ।
✸ मोटापा दूर करने के लिए पुनर्नवा के 5 ग्राम चूर्ण में 10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह-शाम लें । पुनर्नवा की सब्जी बनाकर खायें ।
✸ पेट के रोग में गोमूत्र एवं पुनर्नवा का रस समान मात्रा में मिलाकर पियें ।
✸ पुनर्नवा मूल गोली सूजन को नष्ट करती है ।
यह हृदयरोग व गुर्दे के विकारों – पथरी, किडनी फेल्यर ( Chronic Renal Failure), सूजन आदि में विशेष लाभदायी है । पुनर्नवा यकृत ( लीवर ) का कार्य सुधारकर रक्त की वृद्धि करती है ।
How To Use Punarnava Vati – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
2-2 गोली सुबह – शाम गुनगुने पानी अथवा अदरक के रस और गुड़ के साथ । (डायबिटीज वाले गुनगुने पानी के साथ लें) वैद्यकीय सलाहानुसार प्रयोग करें ।
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