Sanskar Darshan : Hindi [संस्कार दर्शन]

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संत श्री आशारामजी आश्रम द्वारा संचालित ‘बाल संस्कार केन्द्रों’ में बच्चों एवं विद्यार्थियों में किये जा रहे सुसंस्कार-सिंचन का दर्शन करानेवाली यह पुस्तक ‘संस्कार दर्शन’ विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं बाल संस्कार केन्द्र के संचालकों – सभीके लिए ज्ञान का एक उत्तम खजाना है । इस रंगीन पुस्तक में आकर्षक डिजाइन एवं चित्रों से समझाये गये हर तथ्य बड़ी ही सरलता से विद्यार्थियों के जीवन-निर्माण में सहायक होते हैं ।

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संस्कार दर्शन

किसी भी घर, समाज अथवा देश की शान बुलंद करनी हो तो उसके बच्चों एवं विद्यार्थियों को स्वस्थ, सुयोग्य, संस्कारी एवं बुलंद बनाना चाहिए । इसी सूत्र को लक्षित कर संत श्री आशारामजी आश्रम द्वारा संचालित ‘बाल संस्कार केन्द्रों’ में बच्चों एवं विद्यार्थियों में किये जा रहे सुसंस्कार-सिंचन का दर्शन करानेवाली यह पुस्तक ‘संस्कार दर्शन’ विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं बाल संस्कार केन्द्र के संचालकों – सभीके लिए ज्ञान का एक उत्तम खजाना है । इस रंगीन पुस्तक में आकर्षक डिजाइन एवं चित्रों से समझाये गये हर तथ्य बड़ी ही सरलता से विद्यार्थियों के जीवन-निर्माण में सहायक होते हैं । इसमें है :

* देश-विदेश में चलाये जा रहे बाल संस्कार केन्द्रों का क्या है उद्देश्य ?
* बुद्धि के अधिष्ठाता देव एवं विद्या की देवी व आत्मविद्याप्रदाता सद्गुरु की स्तुति-प्रार्थना
* अवतार भी लेते हैं इनकी शरण
* बच्चों के मन में माता-पिता के प्रति आदरभाव उत्पन्न करनेवाले अनुपम उदाहरण
* वे सद्गुण जो बच्चों को बना देते हैं आदर्श एवं सफल
* ब्राह्ममुहूर्त में जागकर क्या करें ?
* शौच-विज्ञान, प्रातर्विधि संबंधी लाभकारी बातें
* ओजस्वी-तेजस्वी, साहसी और यशस्वी बनानेवाली आदर्श दिनचर्या
* भोजन कैसा, कैसे, किस दिशा में हो एवं भोजन से पहले क्या करें कि वह बने प्रसाद ?
* पढ़ाई में सफलता हेतु कुछ सरल उपाय
* शयन से पहले यह करें
* सुषुप्त शक्तियाँ जगाने के प्रयोग – मंत्रजाप, ध्यान, त्राटक, मौन एवं त्रिकालसंध्या
* शरीर में स्थित यौगिक चक्र (जिन पर ध्यान करने से होते हैं चमत्कारिक लाभ) एवं उनके स्थान
* जीवन में नवचेतना का स्रोत – प्राणायाम
* विभिन्न यौगिक क्रियाएँ एवं मुद्राएँ
* बुद्धिशक्ति, धारणाशक्ति व मेधाशक्ति विकासक प्रयोग
* प्रतिभासम्पन्न व निरोग रहने की सर्वसुलभ कुंजी – सूर्य को अर्घ्य देना, सूर्यस्नान व सूर्यनमस्कार करना
* तन-मन के स्वास्थ्य हेतु सरल साधन – योगासन
* नींव सँभली तो सब सँभला । जानिये क्या है नींव व कैसे उसे सम्भालें ?
* गीता से जीवन जीने की सीख
* उन्नतिकारक शिष्टाचार के नियम
* परीक्षा में सफलता कैसे पायें ?
* जन्मदिन कैसे मनायें ?
* विद्यार्थी छुट्टियाँ कैसे मनायें ?
* क्यों पैसे देकर लाना दाँतों के इन दुश्मनों को ?
* निर्दोष प्राणियों की हत्या और केमिकल्स से क्या आपको सुंदरता लानी है ?
* व्यसन का शौक… कुत्ते की मौत… कहीं हम भी इसी मार्ग के राही तो नहीं ?
* बच्चों के लिए अभिशाप है यह टी.वी. एवं सिनेमा
* मीठे जहर जो करते स्वास्थ्य पर कहर (चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स)
* पृथ्वी का अमृत – गौदुग्ध
* गम्भीर बीमारियों को आमंत्रण देता है – अंडा व मांसाहार
* ये आँतों और दाँतों के दुश्मन हैं
* सोते समय सिर किस दिशा में और क्यों ?
* आभूषण क्यों पहने जाते हैं ?
* सद्गुरु से मंत्रदीक्षा क्यों लेनी चाहिए ?
* हे युवानो ! सोचो… यह कहाँ की बुद्धिमानी है ?
* सावधान ! कहीं आप अपनी मूल्यवान कमाई तो नहीं खो रहे हैं ?
* स्वप्नदोष से बचाव हेतु क्या करें ?
* महान संस्कृति की महान परम्परा – गुरु-शिष्य परम्परा
* हमारे संत-महापुरुष एवं वैज्ञानिक

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Net Weight (after packaging) 150 g

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